सामाजिक विमर्श >> आधुनिक काल में भारत : विविध आयाम आधुनिक काल में भारत : विविध आयामडॉ. रवीन्द्र नाथ यादवविनेश कुमार सचानडॉ. बलराम सिंह
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आधुनिक काल में भारत : विविध आयाम
अनुक्रमणिका
1. आधुनिक युग के वीर काव्य
- डॉ. रवीन्द्र नाथ यादव
2. भारत में वैश्वीकरण प्रभाव-पर्यावरण चुनौतियाँ एवं समाधान
- डॉ. विनेश कुमार सचान
3. मूलाधिकार एवं बालश्रम
- डॉ. बलराम सिंह
4. स्त्री विमर्श (औरत एवं 'अल्माकबूतरी' उपन्यासों का तुलनात्मक विवेचन)
- डॉ. अमित अवस्थी
5. 21वीं सदी के परिदृश्य में भारत में नारी की दिशा एवं दशा
- जितेन्द्र प्रताप उत्तम
6. "21वीं सदी की हिन्दी कविता में नवस्वच्छन्दतावादी काव्यधारा की पृष्ठभूमि"
- डॉ. ललित कुमार
7. 21वीं सदी की नयी शिक्षा व्यवस्था
- राजेन्द्र प्रसाद
8. 21वीं सदी का भारत : दशा एवं दिशा शिक्षा के परिप्रेक्ष्य में
- डॉ. सोम प्रकाश
9. "21वीं सदी में भारतीय समाज पर वैश्वीकरण का प्रभाव"
- कृष्ण चन्द्र यादव, रेखा मौर्या
10. 21वीं शताब्दी में भारतीय शिक्षा का समीक्षात्मक मूल्यांकन
- दीपिका राजपूत
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